नई दिल्ली: खुदरा मुद्रास्फीति से जुड़े अक्टूबर महीने के आकड़े आ गए हैं। सरकारी आकंड़ों के मुताबिक अक्टूबर महीने में खुदरा मुद्रास्फीति 4.62 फीसदी पहुंच गई है, जो बीते महीने यानी सितंबर में 3.99 फीसदी पर थी। खुदरा मुद्रास्फीति अक्टूबर महीने में आरबीआई के 4 फीसदी के अनुमान को तोड़ते हुए आगे निकल गई है। जुलाई 2018 के बाद से पहला मौका जब खुदरा मुद्रास्फीति इस स्तर पर पहुंची है।
आरबीआई ने भी इस बार सीपीआई के ज्यादा रहने का अनुमान लगाया था। मंगलवार को जारी हुए सरकारी आंकड़ों के मुताबिक मुद्रास्फीति 4.62 फीसदी पहुंच गई है, जो बीते सितंबर माह में 3.99 फीसदी पर थी। मुद्रास्फीति का आंकलन सीपीआई (कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स) के आधार पर किया जाता है। पिछले साल अक्टूबर महीने में सीपीआई 3.38 फीसदी थी।
आंकड़ों के मुताबिक कंज्यूमर फूड प्राइस इन्फ्लेशन बढ़कर 7.8 फीसदी हो गया है, जो सितंबर महीने में 5.1 फीसदी था। हालांकि दलहन मुद्रास्फीति 11.72 फीसदी हो गई है। फूड इन्फ्लेशन पिछले कुछ महीनों में इस साल 1.83 फीसदी बढ़ी है। वहीं कपड़ा और फुटवेयर इन्फ्लेशन 1.64 फीसदी हो गई है, जो बीते माह 0.96 फीसदी था।
गौरतलब है कि रिटेल इन्फ्लेशन भारत में साल 2012 से 2019 में अब तक औसत रूप से 5.98 फीसदी रही है। इस बीच नवंबर 2013 में मुद्रस्फीति अब तक से उच्चत्म स्तर 12.17 फीसदी पर पहुंच गई थी। जबकि सबसे नीचे जून 2017 में 1.54 फीसदी रही है। आरबीआई ने अनुमान लगाया था कि कंज्यूमर प्राइस इन्फ्लेशन साल 2019-20 की दूसरी छमाही में 3.5 से 3.7 फीसदी रहने का अनुमान लगा चुका है।