नई दिल्ली: हुंडई ने हाल में ही इलेक्ट्रिक एसयूवी कोना लॉन्च की है। इस कार में आग लगने और ब्लास्ट होने का एक मामला सामने आया है। विभिन्न रिपोर्ट्स के मुताबिक घटना मॉन्ट्रियल की है, जहां गराज में पार्क एक कोना इलेक्ट्रिक कार में आग लगी। हालांकि इस हादसे में किसी को चोट नहीं आई है, लेकिन धमाके कारण गराज की छत गिर गई और दरवाजे के परखचे उड़ गए। पहले ये माना जा रहा था कि ये हादसा चार्जिंग से जुड़ी किसी समस्या के कारण हुआ होगा, लेकिन बाद में कार के मालिक ने बताया कि कार चार्जिंग डॉक पर लगी ही नहीं थी।
शख्स ने इस साल मार्च में ही कोना इलेक्ट्रिक कार खरीदी थी। उसने बताया कि जिस वक्त ये हादसा हुआ उस वक्त कार चार्जिंग पर नहीं थी। जिसका मतलब है कि कार में धमाका बैटरी में कोई गड़बड़ी के कारण हुआ है। हुंडई फिलहाल मामले की जांच कर रही है। इस हादसे के कारण हुंडई कोना खरीदने वाले कई ग्राहकों का चिंतित होने लाजमी है।
हमारा मानना है कि जो लोग भारत में हुंडई कोना खरीदने की योजना बना रहे हैं उन्हें कुछ वक्त इंतजार करना चाहिए। एक बार हुंडई इस मामले की जांच कर उसके बाद ग्राहक निश्चिंत होकर कार खरीद सकते हैं। इससे पहले भी इलेक्ट्रिक व्हीकल में आग लगने के कई मामले सामने आए हैं। ऐसा ही एक मामला टेस्ला के मॉडल एस से जुड़ा है। शंघाई में टेस्ला मॉडल एस में आग लगने का मामला सामने आ चुका है।
टेस्ला उस मामले की अभी जांच कर ही रही है और आधिकारिक रूप से कंपनी ने अभी तक आग लगने के कारण नहीं बताए हैं। हालांकि इलेक्ट्रिक वाहनों में आग लगने की ज्यादातर वजहें क्रैश या एक्सिडेंट होता है। इसके अतिरिक्त कुछ मामलों में आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट या लिथियम आयन बैटरी पैक का लीक होना हो सकता है।
लिथियम आयन बैटरी पैक लीक होने के कारण हवा में मौजूद नमी से रिएक्ट करेगी और इससे आग लग जाती है। यही कारण है कि कार निर्माता कंपनियां बैटरी को एक स्पेशल पैक में बंद रखती हैं। ये सोचना लगत है कि इलेक्ट्रिक कार असुरक्षित होती हैं या सामान्य कार से कम सुरक्षित होती हैं। ध्यान रहें कि शुरुआत में इंटरनल कमबस्टन इंजन में भी इस प्रकार की समस्या देखने को मिली थी।